एक सवाल ये जिंदगानी है
कभी लगती अपनी कभी बेगानी है
कभी अनसुलझी पहेली है
कभी सुलझा हुआ सवाल है
कौन जाने कब क्या कर जाये
अगले ही पल किस मोड पर ले जाये
कभी दे ढेर सारी खुशियाँ
कभी एक हंसी को भी तरसाए
जी भर जियो हर पल को
अगले पल जाने क्या नया रंग दिखाए ये .. :):)
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